शिविरों में पट्टे एवं प्रमाणपत्र पाकर लाभार्थियों के चेहरों पर आई मुस्कान
प्रशासन गांव के संग अभियान के तहत आज मंगलवार को सवाई माधोपुर की नीदड़दा, गंगापुर की खेड़ाबाडरामगढ़, बामनवास की बाटोदा एवं खण्डार की भूरी पहाड़ी ग्राम पंचायत में शिविरों का आयोजन हुआ। जिले में आयोजित इन शिविरों में विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं उनकी टीम ने उपस्थित रहकर लोगों की समस्याएं सुनी तथा प्राप्त परिवादों का यथासंभव मौके पर ही समाधान किया। शिविरों में पंचायत द्वारा जारी किए गए पट्टों का वितरण किया।
यहां सहमति से खाते के विभाजन का कार्य करने के बाद दस्तावेज भी सौंपा गया। शिविर में पट्टा वितरण, रिकॉर्ड में नाम शुद्धि, मृदा कार्ड, जॉब कार्ड जारी करने के साथ ही रोड़वेज के स्मार्ट कार्ड बनाए गए। इसी प्रकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की टीम ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत वृद्धावस्था, विधवा पेंशन के प्राप्त आवेदनों का निस्तारण किया। इसी प्रकार पालनहार योजना के तहत प्राप्त आवेदनों पर स्वीकृति आदेश जारी किए गए।
शिविरों में चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा लोगों की बीपी एवं शुगर की जांच की गई। अन्य बीमारियों के लिए मरीजों को नि: शुल्क दवा उपलब्ध करवाई गई। शिविर में बिजली के बिल में संशोधन, जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने सहित प्राप्त आवेदनों का निस्तारण किया गया। शिविरों में महिलाओं की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन, मुख्यमंत्री वृद्धजन सम्मान पेंशन, सीएम एकल नारी सम्मान पेंशन की स्वीकृति जारी की गई। बैंक खाते में मिस मैच होने के कारण सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचित रह रहे लाभार्थियों के खाते का संशोधन किया गया।
फव्वारा सिंचाई संयत्र और ड्रिप सिंचाई संयत्र के लिए प्राप्त आवेदनों को ऑनलाइन किया गया। खराब पड़े हैंडपम्पों की मरम्मत करवाई गई। चिकित्सा विभाग की स्टॉल पर बीपी एवं शूगर जांच की सुविधा का लोगों ने भरपूर लाभ उठाया। शिविर प्रभारियों द्वारा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया तथा अधिक से अधिक पंजीयन करवाने की बात कही। अन्य योजनाओं के बारे में भी लोगों को जानकारी देकर लाभांवित किया।
शिविर में परित्यक्ता प्रमाण पत्र बनाकर पेंशन स्वीकृत की
प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत ग्राम पंचायत खेडाबाढरामगढ़ में आयोजित शिविर में हसीना पुत्री गफ्फार का परित्यक्ता प्रमाण पत्र बनाकर पेंशन स्वीकृत की गई। हसीना ने शिविर प्रभारी को बताया कि उसके पति ने उसको छोड़ दिया है और अब आजीविका का कोई साधन नहीं है। इस पर एसडीएम ने उसके दस्तावेजों की ग्राम विकास अधिकारी एवं पटवारी से जांच करवाकर उसका परित्यक्ता प्रमाण पत्र जारी किया।
इसके बाद परित्यक्ता पेंशन का आवेदन ऑनलाइन करवाया गया। इससे पूर्व ई-मित्र द्वारा उसके जनआधार कार्ड में स्टेटस परिवर्तन कर परित्यक्ता दर्ज किया गया। मौके पर ही उसकी पेंशन स्वीकृत करवाई गई। हसीना ने पेंशन स्वीकृत हो जाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार प्रकट किया तथा बताया कि यह अभियान समाज के सभी वर्गों के लिये बहुत फायदेमंद साबित हुआ है।