भाडौती व रसूलपुरा में हाइवे किनारे से हटाई गई रोड़ लाइटों को वापस लगवाने की सरकार से की मांग
भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर भाडौती व रसूलपुरा में हाइवे मार्ग पर लगाई गई रोड़ लाइटों को यात्रा निकलते ही हटाए जाने की घटना को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आशा मीना ने सरकार द्वारा जनता के साथ किया गया भद्दा मजाक बताया है। उन्होंने बताया कि जनता को सुनहरे सपने दिखाना कांग्रेस की पुरानी नीति रही है। इसी रीति-नीति को सरकार वर्तमान में भी निभा रही है। चार साल से कुर्सी की लडाई में बिताने वाली कांग्रेस सरकार को जनता से कोई सरोकार नहीं है। मीना ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा का 13 दिसंबर को रात्रि विश्राम देवली व देहलोद गांव में था। इसकी तैयारी को लेकर सरकारी जनप्रतिनिधियों ने विभागीय अधिकारियों पर दबाव बनाकर सड़कों की मरम्मत, सफाई, सरकारी कार्यालयों पर रंग रोगन व हाइवे पर बिजली के पोल गडवाकर रोड़ लाइटें लगवाई गई। लेकिन राहुल गांधी की यात्रा भाडौती से निकलते ही बिजली निगम के अधिकारियों ने रोड़ लाइटें हटाना शुरू कर दिया।
यात्रा के आने से पूर्व निगम ने यात्रा के विश्राम स्थल से लेकर रसूलपुरा तक रोशनी के लिए हाइवे किनारे बिजली के पोल लगाकर रोशनी की व्यवस्था की थी। इससे हाइवे व बाजार रोशनी से जगमगा उठा था। ग्रामीणों को उम्मीद बंधी थी राहुल के आने से रोड़ लाइट लग गई है और अब यह रोशनी हमेशा रहेगी। इससे रात्रि के समय होने वाली चोरी की घटनाओं पर भी कुछ हद तक अंकुश लगेगा। लेकिन यात्रा के जाते ही निगम ने उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। राहुल के जाते ही निगम ने स्ट्रीट लाइटें हटा ली। इससे जनता में रोष व्याप्त है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए बताया कि यदि सरकार सच में जनता के हितों को सर्वोपरि मानती है तो, भाडौती व रसूलपुरा गांव में हाइवे किनारे लगाई गई रोड़ लाइटों को वापस लगवाए।