संपर्क पोर्टल एवं सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों का समय पर निस्तारण करने और पोर्टल पर दर्ज लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा के लिए जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में आज गुरुवार कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक हुई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि संपर्क पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों का गुणवत्ता के साथ समय पर निस्तारण करें तथा अधिकारी स्वयं इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि कई विभागों द्वारा प्रकरणों को नहीं देखे जाने पर निर्धारित समय बाद प्रकरण अगले लेवल पर एस्केलेट हो जाता हैं। इसे गंभीरता से लिया जाता है। अधिकारी नियमित रूप से पोर्टल पर लंबित प्रकरणों को देखे और समय पर निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के संबंध में कागज में लाभ देना बता दिया तथा मौके पर लाभ नहीं दिए जाना मिला तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निस्तारित प्रकरणों की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि परिवादी की संतुष्टी दर बढ़ सके। किसी प्रकरण में नियम के खिलाफ होने या बजट उपलब्ध न होने के कारण मांग पूरी नहीं हो सकती है तो परिवादी को इसकी सूचना दें।
निस्तारित प्रकरणों की संबंधित अधिकारी मौके पर जाकर जांच करें एवं परिवादी व अन्य लोगों से भी फीडबैक लें। बैठक में कलेक्टर ने विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निर्धारित समय सीमा में निस्तारण करने के निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त निदेशक डीओआईटी ने विभाग वार पैंडिंग प्रकरणों की जानकारी दी। इसी प्रकार बिना कार्रवाई उच्च लेवल पर एस्केलेट होने वाले प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी, सीपीओ बाबूलाल बैरवा, संयुक्त निदेशक डीओआईटी लक्ष्मीकांत तंवर और सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सुनील गर्ग सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।