जौलंदा पंचायत के महेश्वरा गांव में गत गुरूवार की रात को ट्रैक्टर – ट्रॉली में बिजली के तार उलझने से बिजली के तार टूटकर रात भर चालू लाइन में आम रास्ते में पड़े रहे। गनीमत यह रही कि किसी प्रकार का कोई हादसा नहीं हुआ।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार महेश्वरा गांव के ब्रह्मपुरी मोहल्ले के आम रास्ते में बिजली के ढीले तार ट्रैक्टर – ट्रॉली में उलझ जाने के कारण बिजली के तार टूटकर आम रास्ते व गोपाल सिंह राजावत के लोहे के छद्दरों के उपर पड़े रहे। वहीं बिजली सप्लाई भी चालू रही। लाला सिंह राजावत ने बताया कि रोजाना भैंसों को चद्दरों के नीचे बांधते थे लेकिन रात को ही भैंसों को बाहर ही बाड़े में बांधे रखा।
यदि चद्दरों में बांध देते तो हमारी भैंसों को नुकसान हो सकता था। बिजली का पोल छोटा होने व ढीले होने के कारण जमीन से तारों की उंचाई लगभग 8 फुट ही थी जिससे ट्रॉली में उलझकर टूट गए। जिससे गांव के दो मोहल्लों की बिजली सप्लाई रात भर बन्द रही। ग्रामीणों को जब सुबह पता चला तो उन्होने निगम के कर्मचारियों को सूचना देकर बिजली सप्लाई सुबह 6 बजे बंद करवाई। गनीमत यह रही कि इस दौरान किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई नहीं तो बड़ा हादसा भी सकता था।
गांव के ताराचंद शर्मा व गिर्राज ने बताया कि बिजली निगम के कर्मचारी शुक्रवार को टूटे हुए तारों को जोड़ने के लिए आए लेकिन तार छोटा पड़ जाने के कारण बिजली की केबल व तार को शुक्रवार को शाम तक खबर लिखे जाने तक नहीं जोड़ पाए। जिससे दिनभर भी बिजली सप्लाई बन्द रही।