कोरोना से बचाव के लिए अधिक से अधिक वैक्सीनेशन ही सबसे सशक्त हथियार है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवाकर व्यक्ति, समाज, प्रदेश और देश को कोरोना से सुरक्षित रखा जा सकता है। ऐसे में सभी मिलकर मिशन मोड़ में लेते हुए अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवाएं। लोगों को जागरूक करें जिससे कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनरूपी कवच का सुरक्षा घेरा मिल सके। ये निर्देश जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने आज मंगलवार को शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को वेबेक्स के माध्यम से वर्चुअल बैठक में दिए। कलेक्टर ने शिक्षा, चिकित्सा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और आईसीडीएस के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की वर्चुअल बैठक लेकर कोविड-19 टीकाकरण को मिशन मोड़ पर संचालित करने के निर्देश दिए ताकि 18 से अधिक आयु के सभी लोगों को जल्द से जल्द टीके लग जायें। उन्होंने बताया कि मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने जैसी सावधानी बरतने एवं शत प्रतिशत टीकाकरण से ही कोविड-19 का पूर्ण खात्मा होगा। कोविड-19 से बचाव के लिए शत प्रतिशत टीकाकरण करवाएं। कोई भी व्यक्ति टीकाकरण से बचा तो वह स्वयं और दूसरों के स्वास्थ्य को खतरे में डालेगा, इसके लिये सभी जनप्रतिनिधि, धार्मिक गुरू, सरकारी कार्मिक, पत्रकार, शिक्षाविद, एनजीओ एवं सामाजिक संगठन लोगों को जागरूक करे और लोगों में किसी भी प्रकार की भ्रांति हो तो दूर करें। टीके के संबंध में किसी प्रकार का कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति को टीका लगवाने के लिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत नहीं है, वह आधार कार्ड या परिचय पत्र लेकर टीकाकरण केन्द्र पर जाए, मौके पर ही रजिस्ट्रेशन हो जायेगा। जिले के किसी भी सेंटर पर टीके की कोई कमी नहीं है, न ही भविष्य में कभी होगी क्योंकि जिस जिले या ब्लॉक में जितने टीके लगेंगे, तत्काल उतने ही टीके उसको उपलब्ध करवा दिये जाएंगे, 1 बार टीकाकरण में पिछडे तो लगातार पिछडते ही चले जाएंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कोई भी विभाग नोडल बनकर टीकाकरण केम्प लगवा सकते है। उन्होंने शिक्षा विभाग के पीईईओ तथा अधिकारियों से आग्रह किया कि वे लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करने में पूरे मनोयोग से सहयोग प्रदान करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि सभी सरकारी विभागों के कार्यालय अध्यक्ष सुनिश्चित कर लें कि उनके यहां कार्यरत सभी व्यक्तियों को पहली डोज लग चुकी है तथा निर्धारित अंतराल पर दूसरी डोज लगने की भी मॉनिटरिंग करें। कार्मिक के परिजनों को भी टीका लगवाना सुनिश्चित करें। यदि कार्मिक और परिजनों की संख्या अधिक है तो कार्यालय अथवा कॉलोनी में भी विशेष कैम्प आयोजित किये जा सकते है।
इन कैम्पों में सामान्य टीकाकरण सेंटर के समान प्रोटोकॉल का पालन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी लोगों से सीधे जुड़े हुए हैं, प्रत्येक गांव और मौहल्लें में इनका संपर्क है, वे अपने संपर्क का उपयोग टीकाकरण करवाने में अवश्य करें। कलेक्टर ने बताया कि विशेषज्ञ आशंका जता रहे है कि संभावित तीसरी लहर बच्चों को चपेट में ले सकती है। बच्चों की वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं, इसलिये बच्चों को तो अभी वैक्सीन नहीं लग सकती लेकिन यदि 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों ने टीका लगवा लिया तो उनके साथ ही बच्चे भी इस संभावित लहर से बचे रह सकेंगे क्योंकि 18 साल से अधिक आयु के लोग संक्रमण नहीं फैलाएंगे, न ही कोरोना पीड़ित होकर स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव डालेंगे। बैठक में सीडीईओ रामकेश मीना ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से मिशन मोड़ में टीकाकरण करवाने के लिए लोगों को जागरूक करने का संकल्प व्यक्त किया। बैठक में आरसीएचओ डॉ. कमलेश मीना, आईसीडीएस डीडी रिचा चतुर्वेदी, डीईओ राधेश्याम मीना, एडीपीसी नाथूलाल खटीक, एसीपी चंद्रशेखर जैमिनी, सभी सीबीईओ, पीईईओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।