राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य चिकित्सालय वजीरपुर का हॉस्पिटल एक चिकित्सक के भरोसे रह गया। मंगलवार को दो सौ से ऊपर मरीजों को देखने में चिकित्सक को परेशानी हुई। लोगों ने बताया कि एक चिकित्सक मरीज देखने के साथ चिकित्सालय कार्य भी देखता है। ऐसे में मरीजों को व अन्य काम कराने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वहीं कर्मचारी अपने स्थान पर न बैठकर इधर उधर घूमते नजर आए। कहने को तो चिकित्सालय का समय सुबह नौ बजे से तीन बजे तक का होने के बावजूद दोपहर पश्चात चिकित्सक कम ही मिल पाते है। वही चिकित्सकों के साथ – साथ कर्मचारी भी कम हो जाते है।
ऐसे में चिकित्सालय में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। चिकित्सालय में चिकित्सकों के नहीं ठहरने से मरीजों को अन्यत्र जाना पड़ता है। एक ओर सरकार द्वारा स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान दिया जाता है। दूसरी ओर स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मरीजों को परेशानी होती है। मंगलवार को चिकित्सालय के अनुसार 287 की ओपीडी रही।
जिसमें चार मरीज एमरजेंसी के है। जानकारी करने पर पता चला कि चिकित्सालय के चिकित्सा प्रभारी मेडिकल पर है चिकित्सक कमर सिंह कोर्ट एवीडेन्स में गए है। चिकित्सक राकेश गोयल एमरजेंसी में तथा चिकित्सक संजय गुप्ता हाफ सीएल लेकर गए है। ऐसे में चिकित्सक कुलदीप शर्मा मरीजों के बीच घिरे रहे।