स्कूली शिक्षा से सम्बंधित जिला निष्पादक समिति की बैठक आज गुरूवार को जिला परिषद सीईओ उत्तम सिंह शेखावत की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई। जिसमें सीईओ ने निर्देश दिये कि आगामी 5 नवम्बर को जारी होने वाली जिलावार शिक्षा रैंकिंग में जिले की स्थिति सुधारने के लिये आगामी 7-8 दिन मिशन मोड़ पर कार्य करें।
सीईओ ने बताया कि जिला अभी राज्य में 24वें स्थान पर है। न केवल शैक्षणिक स्थिति, नामांकन, बच्चों के ठहराव आदि में सुधार करना है, साथ ही इस सुधार की आंकडों को समय पर शाला दर्पण में अपडेट करना है। नामांकन वृद्धि के मामले में राज्य में केवल कोटा जिला ही सवाईमाधोपुर से आगे है। इस उपलब्धि पर सीईओ ने सभी को बधाई दी लेकिन अन्य बिन्दुओं में भी ऐसा ही सुधार करने के प्रयास करने के निर्देश दिये।
सीईओ ने विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के नामांकन अपडेशन का कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये ताकि उन्हें राज्य और केन्द्र सरकार की सभी सम्बंधित योजनाओं का लाभ मिल सके। गंगापुर सिटी में 74, बामनवास में 42, खंडार में 15 और सवाईमाधोपुर में ऐसे 14 प्रकरण लंबित हैं। उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की खाली सीटों को भरने के लिये अभिभावकों से समझाइश करने तथा इन विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर आई शिक्षिकाओं का लंबित वेतन जल्द से जल्द आहरित करवाने के भी निर्देश दिये।
सीईओ ने सभी राजकीय विद्यालयों की प्रबंधन समितियों का आयकर अधिनियम की धारा 80जी में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिये आवेदन प्रमाण पत्र और पेन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया जल्द सम्पन्न करने के निर्देश दिये।
उन्होंने बौंली के 192, गंगापुर सिटी के 110, खंडार के 106, बामनवास के 76, चौथ का बरवाड़ा के 41 तथा सवाईमाधोपुर के 12 विद्यालयों में कबाड और अनुपयोगी सामान की नीलामी करवाने तथा इसके लिये सामान्य निर्देशिका तैयार करने के निर्देश दिये। शेष विद्यालयों में यह प्रक्रिया सम्पन्न हो चुकी है। इस नीलामी से एक ओर विद्यालय में साफ-सफाई की स्थिति सुधरेगी, वहीं अतिरिक्त स्पेस भी उपलब्ध होगा व राजस्व की प्राप्ति होगी।
सीईओ ने 12 नवम्बर को होने वाले नेशनल अचीवमेंट सर्वें की तैयारियों की भी समीक्षा की। इसमें कक्षा 3, 5, 8 और 10 के विद्यार्थी भाग लेंगे। उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान में विद्यालयों और इनके खेल मैदान से अतिक्रमण हटवाने, पट्टाविहीन विद्यालयों को पट्टे जारी करवाने, नये स्वीकृत विद्यालयों के लिये भूमि आवंटन करवाने, विद्यार्थियों के आधार और जन आधार सम्बंधी कार्य, छात्रवृत्ति आदि में अब तक हुई प्रगति की भी समीक्षा की।
सीईओ ने इसके बाद अन्य बैठक में मिड डे मील कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा कर निर्देश दिये कि खाद्य सामग्री वाले कॉम्बो पैक के वितरण में पूर्ण पारदर्शिता रखें, समुचित रिकार्ड संधारण हो, गुणवत्ता की निगरानी और जॉच करते रहें। दोनों बैठकों में यूआईटी सचिव महेन्द्र मीना, सीडीईओ मिथलेश शर्मा, डीईओ नाथूलाल खटीक, डाईट प्रधानाचार्य रमेश चन्द जैन, सहायक निदेशक रमेश चन्द मीना और सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।