यहां नगरपालिका क्षेत्र में होकर बन रहे बामनवास मेहंदीपुर बालाजी मेगा हाईवे निर्माण कार्य के दौरान सड़क चौड़ाईकरण को लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा पुलिस प्रशासन की मदद से अवरोध बने मकानों के आगे किये गये अतिक्रमणों को हटाया गया। करीब आधा दर्जन से अधिक जेसीबी मशीन एवं एलएंडटी के माध्यम से सानिवि संवेदक द्वारा सड़क के बीच आ रहे स्थाई तथा अस्थाई अतिक्रमण को ध्वस्त किया गया। इस दौरान प्रशासन को कई बार विरोध का भी सामना करना पड़ा। तो कई बार लोगों द्वारा दुकान एवं घरों से सामान निकालने की बात कह कर कार्यवाही को बाधित किया।
तहसीलदार बृजेश मीणा, सावर्जनिक निर्माण विभाग की सहायक अभियंता वर्षा मीणा, नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी दीपक चौहान सहित दर्जनों अधिकारियों की उपस्थिति में इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया। सर्वप्रथम डूंगरी चौराहे से अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्यवाही की गई। मकानों के सामने बने पक्के चबूतरे, सीढ़ियां, अस्पताल के सामने रखी थडियों के आगे लगी चददर आदि सभी अतिक्रमण को बारी-बारी से हटा दिया गया। कुछ लोग स्वयं के स्तर पर ही अपने अतिक्रमण हटाते देखे गए।
कार्यवाही के दौरान भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के बाहर बनी नगरपालिका प्रशासन की किओस्क तोड़ने को लेकर काफी देर तक विवाद होता रहा। कियोस्क धारक ज्ञान चंद शर्मा ने आरोप लगाया कि नाप में नहीं आने के बावजूद सानिवि अधिकारियों द्वारा मनमानी तरीके से उनको आवंटित कियोस्क को तोड़ा जा रहा है। जिस पर वह कियोस्क के ऊपर जा बैठे और जेसीबी मशीन नहीं चलने दी। बाद में तहसीलदार बृजेश कुमार मीणा एवं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी दीपक चैहान उनको समझाईश के लिए पहुंचे। काफी देर की मशक्कत के बाद इस बात पर जाकर सहमति बनी कि उनको फिर से नगरपालिका प्रशासन की ओर से कियोस्क बनाकर आवंटित कर दी जाएगी। तब जाकर कियोस्क को तोड़ने दिया।
मंगलवार को नगरपालिका क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के चलते दिनभर बिजली आपूर्ति ठप रही। प्रशासन की ओर से किसी भी तरह के संभावित खतरे के अंदेशे को भांपते हुए विद्युत वितरण निगम से सुबह से ही बिजली आपूर्ति बंद करा दी गई। जिससे पूरे शहरी क्षेत्र में लोगों को असुविधा का भी सामना करना पड़ा। कार्यवाही के दौरान लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। कार्यवाही के लिए प्रशासन द्वारा आरएसी की अतिरिक्त टीम बुलाई गई। पुलिस प्रशासन की ओर से बस स्टैंड से पिपलाई की तरफ जाने वाले वाहनों को एसबीआई बैंक एवं अस्पताल के पास से डायवर्ट कर दिया गया।