जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ का ज्ञान कल्याणक व 11वें तीर्थंकर भगवान श्रेयांसनाथ का जन्म-तप कल्याणक महोत्सव सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धा व आस्था के रंग से सराबोर नगर परिषद क्षेत्र के जिनालयों में जिनेन्द्र देव के अभिषेक, शांतिधारा, पूजा-आराधना, जाप, पाठ आदि धार्मिक कार्यक्रमों में धर्मावलम्बियों ने बढ-़चढ़ कर भाग लिया।
समाज के प्रवक्ता प्रवीण कुमार जैन ने बताया कि इस मांगलिक अवसर पर जिनालयों में सुबह दिव्य मंत्रोच्चार पूर्वक पुनित जल से उत्साह और हर्ष के साथ रजत कलशों द्वारा जिनेन्द्र देव का अभिषेक किया गया। अभिषेक कार्यक्रमों में इन्द्र के परिवेश में धर्मावलम्बियों ने कतारबद्ध रूप से जयकारों के बीच शामिल होकर पुण्यार्जन किया तथा विश्व शांति की कामना के साथ शांतिधारा कर जिनेन्द्र देव को चंवर ढुलाए।
भक्ति और आस्था के रंग में डूब्रे आलनपुर के दिगम्बर जैन नेमिनाथ जी की नसियां मंदिर में पुण्यशाली इन्द्र-इन्द्राणियों ने देव-शास्त्र-गुरू की पूजन के साथ अपनी निर्मल भक्ति समर्पित करते हुए विशेष रूप से भगवान आदिनाथ एवं श्रेयांसनाथ की अष्ट द्रव्यों से साज-बाज के साथ पूजा-आराधना कर ज्ञान, जन्म व तप कल्याणकों के अध्र्य बहुत ही उत्साह के साथ चढ़ाए और जिनेन्द्र देव का गुणगान किया। महिलाओं द्वारा बधाई गीत भी गाए। श्रद्धालुओं द्वारा समर्पित भाव से पूजा-अर्चना कर सभी की सुख-शांति की कामना की गई। शांति पाठ व विसर्जन विधि के साथ पूजा सम्पन्न हुई।