संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के समय पर निस्तारण एवं बकाया प्रकरणों की समीक्षा के लिए जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में आज सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोर्टल पर दर्ज आमजन की समस्याओं तथा संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का त्वरित एवं गुणवत्ता के साथ निस्तारण करें। अधिकारी सूचना सहायक पर ही निर्भर न रहें, संपर्क पोर्टल, सीएमआईएस पोर्टल को खुद भी खोलकर देखें तथा बकाया प्रकरणों का निस्तारण त्वरितता के साथ करें।
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने जिला स्तरीय अधिकारियों को संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का सक्रियता के साथ समय पर निस्तारण व सत्यापन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जन घोषणा पत्र, संकल्प दस्तावेज के निर्देश, मुख्यमंत्री महोदय के निर्देश तथा जनसुनवाई, मुख्यमंत्री घोषणा एवं संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का त्वरित निस्तारण किया जाए। बैठक में कलेक्टर ने विभागवार समीक्षा करते हुए विभागीय गतिविधियों एवं योजनाओं की प्रगति समीक्षा की तथा निर्देश दिए।
कलेक्टर ने संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों की विभागवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को पैंडेन्सी शून्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परिवादी के स्थान पर खुद को रखते हुए परिवादों को निस्तारण किया जाए। बैठक में बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के 262, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के 315, जयपुर विद्युत वितरण निगम के 165, पंचायती राज के 159, फोरेस्ट के 156, मेडिकल एवं हेल्थ के 86 तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता के 146 प्रकरण सम्पर्क पोर्टल पर बकाया हैं। इसके साथ ही रोजगार, स्थानीय निकाय, स्किल डवलपमेंट, शिक्षा, मनरेगा, ग्रामीण विकास सहित अन्य विभागों के भी काफी प्रकरण बकाया हैं। इस पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को परिवादों को निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने संपर्क पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की तथा पैंडेन्सी निस्तारण की बात कही।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएस चौहान सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।