कोई भी जिला या ब्लॉक स्तरीय अधिकारी अपने विभाग से सम्बंधित बैठक, निरीक्षण, जांच, जनसुनवाई, शिकायत निवारण के लिये क्षेत्र का भ्रमण करें तो आमजन से अन्य विभागों की योजनाओं की जानकारी तथा क्रियान्वयन के सम्बंध में भी संक्षिप्त में फीडबैक लें तथा पात्र लोगों को इनका लाभ लेने के लिये प्रेरित करें।
साथ ही सरकारी विद्यालयों का दौरा कर बिजली, पेयजल, शौचालय, पानी की टंकी, भवन की स्थिति, विद्यार्थियों की पढाई के सम्बंध में फीडबैक लें, बच्चों का शैक्षणिक स्तर भी चैक कर सकते। इसके साथ ही हैंडपम्प, आरओ प्लांट, आंगनवाडी केन्द्र को भी चैक करें तथा उस विभाग के सम्बंधित अधिकारी से सम्पर्क कर कमी दूर करवायें। यह कार्य अधिकार क्षेत्र या औपचारिकता के रूप में न कर टीम सवाईमाधोपुर के रूप में करें ताकि आमजन को सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिले।
संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणों का निस्तारण समय पर करें :- कलेक्टर
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का समय पर एवं गुणवत्ता के साथ निस्तारण करें।
बैठक में विभागवार पोर्टल पर दर्ज पैंडेन्सी की समीक्षा करते हुए 6 माह से अधिक समय के पैंडिंग प्रकरणों पर विशेष चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी, यूआईटी सचिव महेन्द्र मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
घर घर औषधि योजना टास्क फोर्स की बैठक आयोजित
घर-घर औषधि योजना में जिले में लक्ष्य से भी ज्यादा प्रगति दर्ज की गई है। अब जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन के निर्देश पर सर्वे किया जा रहा है कि जिन परिवारों को ये पौधे दिये गये थे, वे इसके चिकित्सकीय फायदों से परिचित हैं या नहीं, वे इनका उपयोग कर रहे हैं या नहीं।
जिन घरों में कुछ पौधे नष्ट हो गये हैं, वहां दूसरे पौधे देकर बेहतर सार-सम्भाल की जानकारी दी जा रही है। आज सोमवार को कलेक्ट्रेट में इस योजना की जिला टास्क फोर्स की बैठक में कलेक्टर ने बताया कि पौध वितरण से ज्यादा महत्वपूर्ण पौधो के औषधीय गुणों के बारे में लोगों को जागरूक करना, उन्हें वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति से जोड़ना और पौधों के बेहतर रखरखाव के बारे में समझाना है।
डीएफओ जयराम पांडे ने अब तक हुये सर्वे की रिपोर्ट बताते हुये कहा कि इस योजना के लागू होने के बाद आम जन में रोग प्रतिरोधक क्षमता और आयुर्वेद के प्रति रूचि बढ़ी है। कलेक्टर ने आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों को मेडी ट्यूरिज्म तथा औषधियों पौधों को बढ़ावा देने के संबंध में कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।