चिकित्सा संस्थानों में स्वच्छता व आमजन को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए 15 अप्रैल तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस पखवाड़े के तहत आमजन को स्वच्छता का महत्व बताने के साथ चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई पर जोर दिया जाएगा। साथ ही 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हेल्थ चेकअप शिविर का भी आयोजन किया जाएगा।
जहां आमजन सहित चिकित्सा विभाग के कार्मिकों का भी हेल्थ चेकअप किया जाएगा। पखवाड़े के अंतर्गत सफाई, वृक्षारोपण और हेंड वाशिंग डे आदि आयोजन किये जाएंगे। इस संबंध में एनएचएम के मिशन निदेशक एवं चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के संयुक्त शासन सचिव डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों व जिला अस्पतालों के प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए है। भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार स्वच्छ भारत अभियान के तहत 15 अप्रैल तक मनाए जाने वाले स्वच्छता पखवाड़ा के तहत कार्य योजना के तहत कार्य किया जा रहा रहा है।
पखवाड़ा एक अप्रैल से शुरू हो चुका है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी बीसीएमओ, चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को पखवाड़े तहत चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई तथा उपचार के लिए आने वाले रोगियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। साथ ही गांवों में आशा सहयोगियों के माध्यम से तथा शहरी क्षेत्र में महिला आरोग्य समिति के माध्यम से समुदाय में स्वच्छता गतिविधियों का संचालन करने के निर्देश दिए गए है।
इसके अलावा जिले के सभी हैल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों सहित सभी चिकित्सा संस्थानों में पखवाड़े के तहत गतिविधियों का आयोजन कर आमजन को स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। विभाग की ओर से पखवाड़े के तहत की जाने वाले गतिविधियों के बारे में आशा सहयोगिनियों व महिला आरोग्य समिति के साथ ब्लॉक व पीएचसी स्तर पर मीटिंग कर स्वच्छता का महत्व बताया जाएगा। इसके तहत हाथों को साफ करने का तरीका, चिकित्सा संस्थानों में कचरे का संधारण व बॉयो मेडिकल वेस्ट, लेबर रूम, आईसीयू, इमरजेंसी रूम की सफाई के तरीकों डिस्इन्फेक्शन व स्टरलाइजेशन के बारे में चिकित्साकर्मियों को जानकारी दी जाएगी।