कोटा: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) जिले में डेंगू (Dengue) का कहर हर वर्ष आता है। ऐसे में चिकित्सा विभाग (Medical Department) की तरफ से डेंगू की रोकथाम हेतु अभियान चलाया हुआ है। अभियान के तहत कोटा में सर्वे किया जा रहा है। जहां – जहां गंदा पानी जमा हो रहा उसे हटवाया जा रहा है, जिससे मच्छर (Mosquito) पैदा ना हो। इसके साथ ही चिकित्सा विभाग द्वारा लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई भी की जा रही है।
चिकित्सा विभाग ने कई जगहों पर चैकिंग की है और सर्वे भी किया है। लैंडमार्क (landMark) क्षेत्र में चिकित्सा विभाग की टीमों ने घरों और हॉस्टलों (Hostel) में सर्वे किया है। टीम में करीब 1398 घरों का सर्वे किया है, जिनमें से 29 घरों में गंदे पानी में लार्वा पाया गया है। इसी प्रकार कोटा के करीब 135 हॉस्टलों का भी सर्वे किया गया है। जिनमें 12 हॉस्टलों में पानी की टंकी और छत पर खुले में पड़े टायरों में भरे पानी में मच्छरों के लार्वा मिले है।
एक हॉस्टल की छत पर पड़े टायरों में इतना अधिक लार्वा था की निगम की टीम को बुलाकर चालान बनवाया गया। इसके साथ ही 10 नोटिस जारी किए है और 2 जगहों पर चालान बनाया है। इसके साथ ही छात्रों को भी डेंगू से बचाव के लिए और जागरूक करने के लिए एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।
जहां – जहां पर खुले जल स्रोत थे वहाँ पर टेमिफोस (Temefos) की दवाई डाली गई। चिकित्सा विभाग की टीमें रोजाना अलग – अलग जगहों पर सर्वे कर रही है। चिकित्सा विभाग की टीम लोगों को जागरूक भी कर रही है और नहीं मानने वाले लोगों के चालान और नोटिस की कार्रवाई भी कर रही है।