राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेंद्र पंड्या एवं डॉ. विजेंद्र सिंह ने सर्किट हाउस में बाल कल्याण समिति, बाल अधिकारिता विभाग, शिक्षा विभाग, निजी शिक्षण संस्थान के प्रतिनिधि, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने बाल कल्याण समिति द्वारा जिले में किए गए कार्यों की प्रगति समीक्षा की तथा बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत होने वाले प्रकरण व प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने बाल श्रम से संबंधित रेस्क्यू किए गए बालकों के संबंध में जानकारी प्राप्त की, इसी प्रकार परिवार से बिछड़े बालकों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर निर्देश दिए। उन्होंने बालग्रह, आश्रय गृह, पालनाघर के संबंध जानकारी ली। बैठक में चाइल्डलाइन के कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त कर निर्देश दिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि बालकों को गुड टच बैड टच के संबंध में जागरूक किया जाए। इसके लिए अभिभावकों के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें। जिससे बालक अपनी बात अभिभावकों को कह सके। सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग से पालनहार योजना तथा मुख्यमंत्री हुनर विकास योजना के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि पालनहार वाले बच्चों के अभिभावकों को मुख्यमंत्री हुनर विकास योजना के संबंध में उनके मोबाइल पर मैसेज किया जाए, जिससे बालकों को युवा होने पर स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। बैठक में स्कूलों में सुझाव पेटिका लगाने तथा इसकी खोलने की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश भी दिए गए। स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम, नवाचार आदि करवाकर बाल अधिकारों के संरक्षण पर जोर दिया गया। बैठक में बाल अधिकारिता सहायक निदेशक श्रद्धा गौतम ने भी बाल अधिकार संरक्षण के संबंध में जानकारी दी। अधिकारियों ने बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाने तथा संकल्पित होकर कार्य करने की बात कही।