घुश्मेश्वर द्वादसवां ज्योतिर्लिंग महादेव का पांच दिवसीय लक्खी मेला गत शुक्रवार से शुरू हो गया। शनिवार को भोले बाबा की श्रद्धा की डोर से बंधे श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहने से श्रद्धा का सैलाब उमड़ता रहा जो शाम तक जारी रहा। मौसम साफ, सुहाना, ठंडक में होने से हजारों की संख्या में महिलाएं-पुरुष कोई पैदल चलकर तो कोई कनक दंडवत करते श्रद्धालु घुश्मेश्वर भोले बाबा के दर्शन पूजा अर्चना कर मनौतिया मांग कर घुश्मेश्वर गार्डन में घूम फिर कर आनंद उठाते नजर आए।
सुबह से ही ग्रामीण पुरुष महिलाएं ट्रैक्टर-ट्रॉली अपने निजी वाहनों में बैठकर हजारों की संख्या में कस्बे की सीमा पर पहुंच कर वहां से भोले बाबा के जयकारों एवं मांगलिक गीतों के साथ नाचने गाते झुंडों में कस्बों की गली मोहल्ले बाजार से होते हुए मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजा अर्चना की और अपने परिवार की कुशल की मन्नत मांगी।
ट्रस्ट अध्यक्ष प्रेम प्रकाश शर्मा ने बताया कि सुबह भोले बाबा के पट खुलने के साथ ही श्रद्धालु बाबा के एक झलक पाने को आतुर देखने के साथ गर्भ गृह में बाबा के दर्शन कर प्रफुल्लित नजर आए। दिन भर मंदिर परिसर भक्ति में माहौल के बीच हर हर महादेव मंत्रोचारण भोले बाबा के जयकारों से गुंजाएमान रहा।
पुजारी स्वरूप कुमार पाराशर, शशि कुमार पाराशर द्वारा भोले बाबा के गर्भ ग्रह सहित सभी मंदिर परिसर में स्थापित होने वाले फूल बंगला झांकी से सजाया गया जिसे देखकर भक्तजन होते नजर आए एवं अपने मोबाइल में यादगार के लिए फोटो सेल्फी लेते हैं नजर आए। घुश्मेश्वर मंदिर कलर भवन में शुक्रवार रात्रि को भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या का शुभारंभ कैलाश शर्मा ने गणेश वंदना के साथ किया। उपस्थित सभी कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भोले बाबा की प्रस्तुतियां देखकर श्रोताओं को रात भर नाचने गाने के लिए मजबूर कर दिया।