सवाई माधोपुर: अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर आमजन में बाघ संरक्षण हेतु जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से “बाघों को बचाएं” थीम पर बाघ संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन सोमवार को जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव के मुख्य आतिथ्य में रणथंभौर के एक निजी रिसोर्ट में हुआ। जिला कलक्टर ने कहा कि वन एवं वन्य जीव धरती पर प्रकृति की अमूल्य धरोहर हैं। मानव, पर्यावरण और वन्यजीव एक-दूसरे के पूरक हैं।
बदलते परिवेश में हमें वन्यजीवों के संरक्षण और जैव विविधता के लिए अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। बाघों का संरक्षण हमारा सामूहिक दायित्व है। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “मन की बात” कार्यक्रम में रणथंभौर नेशनल पार्क से प्रारंभ हुए “कुल्हाड़ी बंद पंचायत” अभियान की सराहना के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निश्चित ही सभी पर्यावरणविदों को प्रकृति प्रेमियों में नवीन उत्साह एवं ऊर्जा का संचार करेगी।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के फलस्वरूप क्षेत्र के वन पुनः हरित हो रहे हैं। साथ ही बाघों के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण हो रहा है। कलेक्टर ने उन्होंने मानसून के दौरन अधिक से अधिक पौधारोपण कर अपने आस पास के क्षेत्र को हरा भरा कर पर्यावरण संरक्षण करने की अपील की।
इस दौरान सवाई माधोपुर जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, सहायक निदेशक पर्यटन मधुसूदन सिंह, प्रशिक्षु उप वन संरक्षक तेजस पाटिल, सहायक वन संरक्षक अरूण शर्मा, डीसीएफ लाखन सिंह, पशु चिकित्सक डॉ. सी.पी. मीना, मिशन बीट प्लास्टिक के रूपसिंह मीना, शिक्षक, वकील, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधी पर्यावरणविद उपस्थित रहे।