AIRF और डब्ल्यूसीआरईयू के आह्वान पर सवाई माधोपुर ब्रांच ने निजीकरण के विरोध में सर्कुलेटिंग एरिया में आज जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। इसमें भारी संख्या में रेलवे के कर्मचारी उपस्थित रहे। मण्डल अध्यक्ष कामरेड लोकेन्द्र मीना ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा निजीकरण का असर रेल कर्मचारियों से ज्यादा भारत की जनता पर पड़ेगा तथा इसे जनता विरोधी बताया। शाखा अध्यक्ष कामरेड जनाबुद्दीन ने एनपीएस के दुष्परिणाम बताते हुए कहा कि आज वर्तमान में जो कर्मचारी एनपीएस के तहत रिटायर हो रहे हैं उन्हें पेंशन के रूप में मात्र एक हजार से पन्द्रह सो रुपए ही मिल रहे हैं। इतनी महंगाई में लोगों को घर चलाना संभव नहीं है।
सवाई माधोपुर शाखा के कोषाध्यक्ष कामरेड शंकर लाल मीना ने कहा कि वर्तमान समय में रेल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को समझाना होगा कि निजीकरण के क्या दुष्परिणाम है। शाखा की संगठन सचिव कॉमरेड रूमा नाज़ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार लॉकडाउन की आड़ में रेल सहित सभी विभागों का धीरे-धीरे निजीकरण करके रेल कर्मचारी व आम जनता का मानसिक, शारीरिक , आर्थिक व सामाजिक शोषण कर रही है। इससे हमारी आने वाली नस्लों का भविष्य खतरे में है और सरकार की यह मनमानी हरगिज़ नहीं चलेगी। कामरेड रामचरण मीना ने विरोध प्रदर्शन में उपस्थित सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। सभा में उपस्थित कामरेड शिव लाल मीना, आशाराम मीना, रब्बानी खान, रईस खान, राजेश कुमार मीना, गौरी शंकर शर्मा, रामरेश मीना, हनुमान मीना, टीकाराम मीना, सेतबन्धु जाट, अजय सैन, मुफीद खान, धीरेन्द्र मिश्रा, प्रदीप त्रिपाठी, आरिफ खान आदि बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी उपस्थित थे। धर्मेन्द्र शर्मा प्रवक्ता वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियनण् शाखा सवाई माधोपुर