सवाई माधोपुर: रणथंभौर त्रिनेत्र गणेशजी का लक्खी मेला गत रविवार को सम्पन्न हो गया है। लक्खी मेले में के दूसरे दिन शनिवार को चतुर्थी के अवसर पर मुख्य मेले में लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं के सैलाब ने बारिश के सैलाब से गुजरकर भगवान त्रिनेत्र गणेशजी मंदिर में अपनी ढोक लगाई और मनौतियां मांगी। शनिवार को चौथ को मुख्य मेला होने के कारण रणथंभौर की हरी भरी वादियां त्रिनेत्र गणेश के जयकारों से लगातार गूंज रही थी।
शुक्रवार से शुरू हुए रणथंभौर त्रिनेत्र गणेशजी के लक्खी मेले में शनिवार को दूसरे दिन ऐसा जन सैलाब उमडा कि पुलिस प्रशासन को भी व्यवस्थाएं बनाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। फिर भी लोगों का मानना था कि प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के अधिकांश रास्ते बंद हो रहे थे। नदी नालों में उफान के कारण सड़क मार्ग से आने वाले यात्री बहुत कम संख्या में रणथंभौर पहुंच पाए। लेकिन फिर भी देश में आस्था का केंद्र त्रिनेत्र गणेश के दर्शनार्थ यात्री भारी संख्या में रणथंभौर पहुंचे है।
रणथम्भौर सर्किल से ही त्रिनेत्र गणेश मंदिर तक समूचा इलाका श्रद्धालुओं के रेलमपेल से अटा हुआ है। मार्ग में पैर रखने तक को जगह नहीं हैं। रणथंभौर सर्किल से लेकर दुर्ग तक इस बार सैंकड़ों भंडारों का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय मेले में राजस्थान ही नहीं अन्य प्रांतों के कोने-कोने से भी श्रद्धालु रणथम्भौर पहुंचे थे। गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर में भगवान गणेशजी के जन्मोत्सव की अद्भुत झांकी सजाई गई। त्रिनेत्र गणेशजी का स्वर्ण आभूषणों से अलौकिक श्रृंगार किया गया। इसके बाद महाआरती का आयोजन किया गया।
मंदिर में लाखों की तादाद में उमडे श्रद्धालु भगवान गणपति की एक झलक देखने को आतुर दिखाई दिए। रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश लक्खी मेले में 14 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके श्रद्धालु त्रिनेत्र गणेश मंदिर पहुंच रहे थे। दुर्ग की दुर्गम चढ़ाई भी श्रद्धालुओं की आस्था के सामने बौनी साबित होती दिखाई दे रही थी। रणथंभौर के किले में विराजमान त्रिनेत्र गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा बतोर मंदिर ट्रस्ट द्वारा विशेष इंतजाम किए गए थे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिहाज से मेले में सुरक्षा के लिए 1200 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। अन्य जिलों से भी पुलिस अधिकारियों को मेले में ड्यूटी हेतु लगाया गया।
रोडवेज की 50 बस श्रद्धालुओं के आवागमन हेतु लगाई गई थी। ट्रस्ट के महन्त संजय दाधीच ने बताया कि मेले में श्रद्धालुओ की सुविधा और सुरक्षा के हिसाब से जगह-जगह बेरीकेटिंग की व्यवस्थाओं को अंजाम दिया गया है। मेला क्षेत्र में वाटर पॉइंट पर गोताखोर तैनात किए गए हैं। रविवार को भगवान गणेश की विशेष पूजा अर्चना के साथ तीन दिवसीय वार्षिक मेले का विधिवत समापन हो गया। तीन दिवसीय मेले के दौरान करीब चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं के दर्शन करने का अनुमान है।