मानटाउन थाना पुलिस को वीरू बागरिया हत्याकांड के मामले में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने हत्या के आरोपी सुनिल पुत्र स्वर्गीय महेन्द्र को टोंक जिले के झालरा गांव से गिफ्तार किया है। गौरतलब है की आरोपी सुनील हरिजन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर धूलण्डी के दिन शाम को खेरदा में चौथ का बरवाड़ा रोड़ तथा रेलवे पटरी के बीच वीरु बागरिया उर्फ पीरु कीर पुत्र किशोर के ऊपर लाठी-सरियों व तलवार से हमला कर घायल कर दिया था। जिसको सामान्य चिकित्सालय सवाई माधोपुर से गंभीर हालत में जयपुर रैफर कर दिया था लेकिन सवाई माधोपुर से जयपुर ले जाते समय वीरु बागरिया ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
एसएचओ जगदीश भारद्वाज ने बताया की हत्या करने के आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु मानटाउन थाना पर गिर्राज प्रसाद सहायक उपनिरीक्षक, भरतलाल कांस्टेबल, बुद्धिप्रकाश कांस्टेबल, महेन्द्र सिंह कांस्टेबल, शैतान सिंह कांस्टेबल की टीम का गठन किया गया था। जिनके द्वारा हत्या के आरोपियों की तलाश की जा रही थी। आरोपी घटना के तुरंत बाद से ही फरार चल रहे थे। टीम द्वारा हत्या के आरोपी सुनील पुत्र स्वर्गीय महेन्द्र निवासी लटिया नाला के पास गुर्जर मौहल्ला खेरदा को टोंक जिले के झालरा गांव से तलाश कर गिरफ्तार किया गया। मामले में आरोपी सुनिल हरिजन से हत्या में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में अनुसंधान जारी है।