जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेश के हर छोर तक सुचारू पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में सवाई माधोपुर और दौसा जिले में पेयजल आपूर्ति की दृष्टि से महत्वपूर्ण ईसरदा बांध का निर्माण कार्य मिशन मोड पर किया जा रहा है। बांध के निर्माण का 90 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। बांध के पियर्स एवं गेटों का कार्य पूरा हो चुका है।
डैम एवं कॉक्रीट स्पिलवे का कार्य 15 जून तक पूर्ण किये जाने का प्रयास है। इसी के तहत शनिवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव भास्कर ए सावंत ने ईसरदा बांध परियोजना के निर्माण कार्य, फिल्टर प्लांट साइट के कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही, विभागीय अभियंताओं को कार्य प्रगति को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित परिवारों को भूमि आवंटन, पुनर्वास अवार्ड कार्य की पूर्णता को समयबद्ध सीमा में पूर्ण करने पर जोर दिया। भूमि अधिग्रहण से संबंधित प्रकरण, रेलवे एवं वन विभाग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा कर इनका शीघ्र समाधान किये जाने की बात कही।
ईसरदा बांध बीसलपुर बांध के डाउन स्ट्रीम में ग्राम बनेठा (तहसील उनियारा) टोंक के पास बनास नदी पर बनाया जा रहा है। इसका निर्माण दो चरणों में किया जाना है। प्रथम चरण में डैम का निर्माण पूर्ण भराव स्तर 262 आरएल मीटर (भराव क्षमता 10.77 टीएमसी) तक पूर्ण किया जाएगा। इसमें पानी का भंडारण 256 आरएल मीटर भराव क्षमता 3.24 टीएमसी है। दूसरे चरण में बांध में पूर्ण भराव क्षमता 262 आरएल मीटर तक पानी संग्रहित हो सकेगा। आगामी मानसून के दौरान बांध में जल संग्रहित किया जा सकेगा।
इसके बाद दौसा के 1 हजार 79 ग्राम और 5 शहरों तथा सवाई माधोपुर के 1 शहर तथा 177 गांवों में पेयजल की सुचारू आपूर्ति हो सकेगी। यह परियोजना जल संकट समाधान के साथ बीसलपुर बांध के अधिशेष पानी और बनास नदी के बारिश के जल का कुशल प्रबंधन भी सुनिश्चित करेगी। साथ ही, ईसरदा बांध से रामजल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी लिंक परियोजना) के तहत अन्य बांधों को पेयजल के लिए आपूर्ति हो सकेगी। बांध निर्माण में ओवरफ्लों वाले भाग में स्पिलवेय ब्रिज में स्लैब निर्माण का कार्य प्रगतिरत है। अभी तक 28 के विरुद्ध 28 स्लैब डाली जा चुकी है।
साथ ही, 28 पीयर्स के विरुद्ध 28 पियर्स वांछित ऊंचाई तक पूर्ण किए जा चुके है। बांध में 84 गर्डर के विरुद्ध 84 गर्डर लॉन्च किए गए है। बांध में 28 ब्लॉक एप्रेन के विरुद्ध 23 ब्लॉक एप्रेन का निर्माण किया जा चुका है। बांध में 28 पावर पैक रूम के विरुद्ध 28 पावर पैक रूम और 28 रेडियल गेट के विरुद्ध 28 रेडियल गेट का निर्माण हो गया है। बांध में 56 हाइड्रोलिक सिलेंडर के विरुद्ध 56 हाइड्रोलिक सिलेंडर भी लगाए जा चुके हैं। मिट्टी के बांध का कार्य लगभग 82 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मुख्य बांध का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।