सवाई माधोपुर: श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना ग्रामीण योजनान्तर्गत योजनाओं के सफल संचालन, क्रियान्वयन, मॉनिटरिंग के लिए जिला स्तरीय समन्वय एवं मॉनिटरिंग समिति एवं जिले में नगरीय निकाय/ग्राम पंचायत स्तर पर स्वच्छता के संबंध में बैठक जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने बैठक में अन्नपूर्णा रसोई योजना के सफल संचालन के लिए समीक्षा करते हुए कहा कि सभी अन्नपूर्णा रसोई भोजन मैन्यू में मिलेट्स शामिल करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अन्नपूर्णा रसोई संचालकों के बिलों का प्रमाणीकरण निर्धारित समयावधि में कर भुगतान की कार्यवाही समय पर की जाए। बैठक में ग्राम पंचायत सूरवाल, मलारना डूंगर एवं चूली में संचालित श्री अन्नपूर्णा रसोईयों की अक्रियशीलता के कारण स्थान परिवर्तित या बंद करने हेतु प्रस्ताव की समीक्षा की गई।
उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना एवं नगर परिषद आयुक्त आयुक्त फतेह सिंह को निर्देश दिए कि वर्तमान में संचालित सभी श्री अन्नपूर्णा रसोई केन्द्रों की समय-समय पर जांच कर कम्प्यूटर, कैमरा, टोकन काटने की मशीन, कूलर, पंखे, पेयजल की व्यवस्था सहित साफ-सफाई संबंधी कमियों का निस्तारण किया जाए ताकि श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना का विभागीय गाइड लाइन के अनुसार संचालन किया जा सकें।
स्वच्छता सरकार की प्राथमिकता:-
जिला कलक्टर ने शहरी एवं ग्रामीण स्तर की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के लिए की जा रही गतिविधियों एवं प्रयासों के समीक्षा करते हुए मानसून के दौरान सड़कों व मुख्य मार्गों पर जलभराव व कीचड़ की समस्याओं के निराकरण के लिए सभी नालों, नालियों की सफाई सुनिश्चित करवाने के निर्देश मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना एवं नगर परिषद आयुक्त आयुक्त फतेह सिंह को प्रदान किए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को ग्राम पंचायत, उपखंड, ब्लॉक और वार्ड से लेकर हर स्तर पर अपनाने की जरूरत है।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में स्वच्छता की दृष्टि से पंचायत कार्यालय, सार्वजनिक एवं विद्यालयों के शौचालयों की सफाई सुनिश्चित की जाए। इसके लिए नियमित निरीक्षण व समीक्षा पर पूरा-पूरा ध्यान दिया जाए। खासकर प्लास्टिक के उपयोग पर रोकथाम के लिए कारगर प्रयास करें। उन्होंने निर्देश दिए कि महीने में एक बार किसी भी एक गांव में सामूहिक स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों, जनोपयोगी स्थलों, सार्वजनिक क्षेत्रों, अस्पतालों आदि में बेहतर स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए मॉनिटरिंग तंत्र को सुदृढ़ करने पर ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिए।
उन्होंने ग्राम पंचायत स्तरीय सामुदायिक शौचालयों में एक सफाई कर्मी नियुक्त कर नियमित रूप से साफ-सफाई सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए है। उन्होंने शहरी क्षेत्र में आवारा पशुओं को पकड़ाकर उन्हें कांजी हाउस या नंदीशाला में पहुंचाने के निर्देश नगर परिषद आयुक्त को दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना, जिला रसद अधिकारी बनवारी लाल शर्मा, जिला कोषाधिकारी कुलदीप मीना, विकास अधिकारी डॉ. सरोज बैरवा, सचिव कृषि उपज मण्डी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।