सवाई माधोपुर: जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान एवं शक्ति दिवस का आयोजन हुआ। जिले में विभिन्न चिकित्सा संस्थानों जिला अस्पताल, प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनवाड़ी केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों दोनों दिवसों संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया गया।
9, 18 और 27 को आयोजित हो रहा पीएमएसएमए:
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह ने बताया कि गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच कर वजन, उंचाई, पेट की जांच, खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, एचआईवी, सिफलिस, हदय स्पंदन, यूरिन, सोनोग्राफी आदि जांच कर आवश्यक दवाएं उपलब्ध करवाई गई। चिकित्सकों द्वारा विभिन्न चिकित्सा संस्थानों पर गर्भवतियों की जांच के साथ ही गर्भावस्था के दौरान किसी भी गर्भवती में जटिलता पाए जाने पर उच्च संस्थानों पर भी रेफर किया गया।
साथ ही चिकित्सकों ने गर्भावस्था में आने वाली जटिलताओं के बारे में जागरूक किया। प्रत्येक महिला को गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाए के लिऐ प्रत्येक माह 9 तारीख को एएनसी सेवाएं देने हेतु प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान मनाया जाता है। इसके साथ ही पीएमएसएमए प्लस के अंतर्गत प्रत्येक माह की 18 व 27 तारीख को भी अभियान का आयोजन कर गर्भवतियों की जांच की जाती है।
अभियान में यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक महिला की दूसरी और तीसरी तिमाही तक गर्भवती गर्भवस्था में कम से कम एक बार चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य जांच अवश्य हो जाए। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए यह जरूरी है कि गर्भधारण से लेकर प्रसव होने तक हर गर्भवती महिला की समय – समय पर प्रसव पूर्व विशेष स्वास्थ्य जांच हो एवं उन्हें चिकित्सकीय परामर्श देकर संस्थागत प्रसव को बढावा दिया जा सके।
शक्ति दिवस पर गर्भवतियों, बच्चों को पिलाई आयरन की खुराक एवं पोषण की दी जानकारी:
एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के तहत बच्चों, किशोर-किशोरियों, प्रजनन उम्र की महिलाओं, गर्भवती महिलाओं तथा धात्री माताओं में अनीमिया की दर कम करने के लिए प्रत्येक मंगलवार को शक्ति दिवस के रूप आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों, आंगनवाड़ी केंद्रों पर शक्ति दिवस का आयोजन किया गया। जिले के सभी जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हैल्थ वेलनेस सेंटर पर नियमित ओपीडी के अलावा मरीजों के हिमोग्लोबीन की जांच और उपचार किया गया। सभी महिलाओं, गर्भवतियों, धात्री माताओं, किशोरियों को शक्ति दिवस के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि शक्ति दिवस का मुख्य उदे्श्य समुदाय व लाभार्थियों में एनीमिया नियंत्रण के लिए स्क्रीनिंग, हिमोग्लोबीन की जांच, उपचार तथा एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। आयरन स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार आवश्यक है और इसकी कमी होने से किस प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। कार्यक्रम में महिलाओं, गर्भवतियों, धात्री माताओं, किशोरियों का हीमोग्लोबिन जांच कर आयरन की दवाएं दी गई। अधिकारियों द्वारा सत्रों का निरीक्षण किया, दवाओं की उपलब्धता की जांच, सभी आयुवर्गों की उपस्थिति की जांच की। साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। 6 माह से 59 माह तक के बच्चों, 5 से 9 वर्ष तक के स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों, 10 से 19 वर्ष की स्कूल नहीं जाने वाली किशोरी बालिकाओं, 20 से 24 वर्ष की विवाहित महिलाओं, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं व स्कूली बच्चों को गोली खिलाई गयी। चिकित्सा संस्थानों पर एएनएम द्वारा समस्त लक्षित लाभार्थियों की एनीमिया की स्क्रीनिंग की गई, महिलाओं एवं बच्चों को थकान, भूख ना लगना, नाखूनों का सफेद होना, जीभ पर सफेद परत का होना जैसे कुछ सामान्य लक्षणों के आधार पर तथा एनीमिक पाए गए लोगों को दवा वितरित की गई। साथ ही एनीमिक पाई गई महिलाओं, बच्चों का उपचार कराने के लिए लगातार फॉलोअप किया जाएगा। साथ ही सभी को भोजन की अच्छी आदतों को अपनाने, पोषक तत्वों युक्त भोजन करने, हरी सब्जियों, फलों, आयरन युक्त खाघ पदार्थों का सेवन करने की संबंधी जानकारी दी गई।