नई दिल्ली :- प्रदेश में अगले 2 से 3 दिनों में राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। यह बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मीटिंग के कुछ दिनों बाद सामने आई है। फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में कैबिनेट मंत्रिमंडल फेरबदल की पूरी तैयारी हो चुकी है तथा पार्टी अपने केंद्रीय नेतृत्व आलाकमान की अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
उम्मीद है कि राज्य मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल इस सप्ताह तक पूरा हो जाएगा। पूर्व में दिल्ली दौरे के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा था कि उन्होंने पार्टी हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया है और हाईकमान जो भी निर्णय लेगा उसे वे मंजूर करेंगे। पूर्व में दिल्ली दौरे गए अशोक गहलोत ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, अजय माकन और केसी वेणुगोपाल के साथ भी मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर बैठक की थी।
यह मीटिंग महत्वपूर्ण इसलिए रही क्योंकि पिछले साल प्रियंका ने सचिन पायलट को मनाने में अहम रोल अदा किया थी, जब सचिन पायलट गुट, गहलोत सरकार के विरुद्ध बगावत पर उतारू हो गया था।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस पार्टी प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल के लिए ‘एक व्यक्ति और एक पद’ के फॉर्मूले को अपनाने जैसे कई तौर-तरीकों पर भी कार्य कर रही है। अगर कांग्रेस पार्टी राजस्थान में यह फॉर्मूला अपनाती है तो राजस्थान सरकार के तीन मंत्रियों को पद से इस्तीफा देना होगा। जिनमें वर्तमान में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा एवं चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा शामिल हैं।
इसलिए की हरीश चौधरी वर्तमान में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी बनाए गए हैं। गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्री के साथ – साथ राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष का भी पद संभाल रखा हैं, वहीं डॉ. रघु शर्मा को गुजरात प्रभारी बनाया गया है। पूर्व पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट अपने समर्थकों को मंत्रिमंडल में स्थान देने के साथ ही निगम में रिक्त पदों पर भी अपनी मांगों को लेकर पार्टी हाईकमान पर लगातार दबाव बना रहे हैं।
अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद, पायलट ने मीडिया से बात करते हुए बताया था की कांग्रेस के सदस्य जिन्होंने भाजपा के शासन के समय 5 साल तक कांग्रेस पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की है और जिन्होंने सड़कों पर उतर कर संघर्ष किया, लाठियां खाईं तथा जेल में भी बंद हुए है। मुझे लगता है कि उन्हें पार्टी में सम्मान दिया जाना चाहिए।